MP Patwari Exam घोटाला 2023

MP Patwari Exam Scam 2023

MPESB परीक्षा प्रणाली की अखंडता का एक बड़ा कलंक  –    इसी साल के जनवरी में मध्यप्रदेश में भर्ती निकलती है। ग्रुप दो सब ग्रुप चार की भर्ती इसमें सहायक संपरीक्षक, सहायक जनसंपर्क परीक्षक सहायक, नगर निवेशक, सहायक राजस्व अधिकारी, सहायक अग्निशमन अधिकारी और भू अभिलेख राजस्व विभाग के अंतर्गत पटवारी की पोस्ट थी। यहाँ से आप एक कीवर्ड पकड़िए पटवारी राजस्व विभाग का वो सरकारी कर्मचारी होता है। पटवारी जो जनता से सीधा होता है, जैसे सिपाही होते हैं, वैसे ही राजस्व में पटवारी इनका काम होता है। जमीन की नापजोख का हिसाब करना हिसाब रखना मार्च में पेपर होता है।

इसके लिए करीब 14,00,000 लोगों ने पेपर दिया। इस संख्या पर आपको गौर करना चाहिए। यह संख्या आपको देश में व्याप्त बेरोजगारी की गूंज भी सुनाती है। ये 14,00,000 युवा पेपर दे कर सकते में थे। अभ्यर्थियों का कहना था कि पेपर इतना टफ था की 200 कुल नंबर जो थे उसमें से 140, 150 किसी को मिल जाए। बहुत बड़ी बात होगी लेकिन 30 जून को जब रिज़ल्ट आया तो सबके होश फाख्ता हो गए। किसी को कुछ समझ नहीं आया। किसी के 177 नंबर आये, किसी के 164 ,   इन सभी टॉपर्स में एक चीज कॉमन थी और वह है एग्जाम सेंटर जिसका कनेक्शन एक भाजपा विधायक से है |

घोटाले का पूरा मामला 30 जून को सामने निकल कर आया जब MPESB  के द्वारा टॉप 10 टॉपर्स की लिस्ट जारी हुई । लिस्ट जारी होने के पश्चात कहीं सवाल बाहर निकल कर आए जैसे

  • जिन 10 टॉपर्स का नाम लिस्ट में आया है उनमें से 7 टॉपर से एक ही कॉलेज से बताए जा रहे हैं ।
  • क्या इस एग्जाम सेंटर में पहले से सेटिंग की गई थी ।
  • जब टॉपर लिस्ट जारी हुई तो उसमें सभी अभ्यार्थियों के हस्ताक्षर हिंदी में पाए गए जो कि एक सोचने वाली बात है क्योंकि अक्सर लोग अपने हस्ताक्षर जानबूझकर टेढ़े मेढ़े करते हैं ताकि कोई भी उन्हें पुनः उपयोग नहीं कर सके । लेकिन टॉपर लिस्ट में अभ्यर्थियों के जिस तरह हस्ताक्षर पाए गए हैं वह हिंदी में साफ-साफ दिखाई दे रहे हैं ।
  • गलत प्रश्नों को ना हटाना ऑब्जेक्शन के बावजूद सवालों को हटाया नहीं गया बल्कि जो सवाल सही थे उन्हें हटा दिया गया। इस तरह से इम्तिहान में एक सवाल से ही मामला गडबड हो जाता है। सही सवाल हटाने से पूरी मेरिट लिस्ट में गडबड हो गई।
  • एमपी पटवारी परीक्षा घोटाला एक गंभीर विश्वासघात और परीक्षा प्रणाली की अखंडता के लिए खतरा है।
  • इस घोटाले ने पटवारी परीक्षा की सुरक्षा और MPESB  के नकल विरोधी उपायों की प्रभावशीलता पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। इसने घोटाले की गहन जांच और MPESB को उसकी विफलताओं के लिए जवाबदेह ठहराने की मांग भी उठाई है।
  • एमपी पटवारी परीक्षा घोटाला परीक्षा प्रणाली की अखंडता सुनिश्चित करने के महत्व की याद दिलाता है। यह भविष्य में होने वाले ऐसे घोटालों को रोकने के लिए मजबूत धोखाधड़ी विरोधी उपायों की आवश्यकता की भी याद दिलाता है।

 

MP Patwari Exam घोटाला का प्रभाव

  • एमपी पटवारी परीक्षा घोटाले के कई नकारात्मक प्रभाव पड़े हैं। सबसे पहले, इसने परीक्षा प्रणाली में जनता का विश्वास कम कर दिया है। लोगों को अब इस बात पर विश्वास होने की संभावना कम है कि परीक्षाएं निष्पक्ष हैं और वे पारदर्शी तरीके से आयोजित की जा रही हैं। इसका परीक्षा देने वाले लोगों की संख्या और चयनित उम्मीदवारों की गुणवत्ता पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
  • दूसरा, इस घोटाले से मध्य प्रदेश सरकार की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा है. सरकार को अब अपनी ही परीक्षाओं की शुचिता की रक्षा करने में असमर्थ देखा जा रहा है। इससे सरकार के लिए निवेश आकर्षित करना और प्रतिभाशाली लोगों को राज्य में काम करने के लिए आकर्षित करना और बनाए रखना अधिक कठिन हो सकता है।
  • तीसरा, इस घोटाले के कारण परीक्षा प्रणाली में सुधार की मांग उठने लगी है। इन सुधारों में परीक्षाओं को अधिक सुरक्षित बनाना, नकल-विरोधी कड़े कदम उठाना और परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ाना शामिल हो सकता है।

 

MP Patwari Exam घोटाला के आगे बढ़ने का रास्ता

  • MP Patwari Exam घोटाला एक गंभीर समस्या है, लेकिन इसे दूर नहीं किया जा सकता है। ऐसी कई चीजें हैं जो समस्या का समाधान करने और भविष्य में इसी तरह के घोटाले होने से रोकने के लिए की जा सकती हैं।
  • सबसे पहले, MPESB को अपनी परीक्षाओं की सुरक्षा मजबूत करने की जरूरत है। इसमें नकल को रोकने के लिए अधिक परिष्कृत तकनीक का उपयोग करना शामिल हो सकता है, जैसे बायोमेट्रिक पहचान और परीक्षा हॉल की वास्तविक समय की निगरानी।
  • दूसरा, MPESB को सख्त नकल विरोधी कदम उठाने की जरूरत है। इसमें धोखाधड़ी के लिए दंड बढ़ाना और धोखेबाजों को पकड़ना आसान बनाना शामिल हो सकता है।
  • तीसरा, MPESB  को परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ाने की जरूरत है। इसमें परीक्षा के बारे में अधिक जानकारी प्रकाशित करना शामिल हो सकता है, जैसे प्रश्न पत्र और अंकन योजना।
  • MP Patwari Exam  घोटाला एक गंभीर समस्या है, लेकिन इसे दूर नहीं किया जा सकता है। आवश्यक कदम उठाकर MPESB भविष्य में होने वाले ऐसे घोटालों को रोक सकता है और परीक्षा प्रणाली में जनता का विश्वास बहाल कर सकता है।

 

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